आध्यात्मिक मिलन के आयोजन
साध्वी लावण्यश्री जी व साध्वी प्रमिला कुमारी जी का आध्यात्मिक मिलन हुआ। इस अवसर पर साध्वी लावण्यश्री जी ने कहा कि तेरापंथ धर्मसंघ एक ऐसा नंदनवन है, जिसमें हम अभी निश्चिंत हैं, क्योंकि हमारे गण सरताज की हम सब पर विशेष कृपा रहती है। आज हम दोनों सिंघाड़ों का मिलन हुआ, काफी लंबे समय से इसकी प्रतीक्षा थी। साधुओं का मिलन सौहार्द व समन्वय का प्रतीक है, श्रावक समाज भी इसकी सीख लें। परिवारों में सौहार्द व समन्वय बना रहे। साध्वी प्रमिला कुमारी जी ने कहा कि मुझे भक्ति करने का अवसर मिला। रत्नाधिक से मिलकर अनुभवों का लाभ मिलता है, मुझे और सभी सहवर्तिनी साध्वियों को अवश्य आपश्री कुछ अनुभव प्रदान कराएँ। साध्वी सिद्धांतश्री जी व साध्वी दर्शितप्रभा जी ने गीतिका के माध्यम से साध्वीवृंदों के प्रति मंगलभावना अभिव्यक्त की। साध्वी आस्थाश्री जी, साध्वी धैर्यप्रभा जी, साध्वी विज्ञप्रभा जी ने गीतिका के माध्यम से साध्वी लावण्यश्री जी के प्रति अभिनंदन भावों की प्रस्तुति दी। तेरापंथी महासभा के सहमंत्री प्रकाश लोढ़ा, तेरापंथ सभा बैंगलोर मंत्री नवनीत मूथा, विजयनगर सभा अध्यक्ष राजेश चावत, महिला मंडल गांधीनगर से स्वर्णमाला पोखरना, विजयनगर से प्रेम बाई भंसाली ने अपने विचार व्यक्त किए। डोसी परिवार की बहनों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया व दीक्षित डोसी ने सबका स्वागत किया। इस अवसर पर तेरापंथ सभा, बैंगलोर अध्यक्ष सुरेश दक, सहमंत्री राजेंद्र बैद, टीपीएफ से माणक बलडोटा, अणुव्रत समिति अध्यक्ष शांतिलाल पोरवाल सहित अनेक पदाधिकारीगण एवं श्रावक-श्राविका समाज उपस्थित रहा। संचालन साध्वी आस्थाश्री जी ने किया।