कषाय मुक्ति कार्यशाला का आयोजन
अमरनगर, जोधपुर
तेरापंथ भवन में मुनि तत्त्वरुचि जी ‘तरुण’ ने कोरोना वायरस से बचने हेतु दीर्घ श्वास के प्रयोग को अचूक उपाय बताया। आपने कहा कि तेरापंथ धर्मसंघ के दशम अधिशास्ता, महान दार्शनिक आचार्य महाप्रज्ञ ने अपने चिंतन से बहुत पहले ही संकेत कर दिया कि दुनिया में ऐसे वायरस तैयार किए जा रहे हैं, जिससे महामारी जैसी बीमारी विश्व में फैल जाएगी। यही बात मुनिश्री ने अभातेममं के निर्देशन में तेममं द्वारा समायोजित कषाय मुक्ति कार्यशाला को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। मुनि तत्त्वरुचि जी ने कहा कि आचार्य महाप्रज्ञ द्वारा प्रदत्त प्रेक्षाध्यान प्रणाली का एक प्रयोग हैदीर्घ श्वास। उन्होंने बताया कि दीर्घ श्वास दीर्घ जीवन का आधार है, इससे न केवल शरीर में ऑक्सीजन की कमी दूर होती है, अपितु शरीर बीमारी से लड़ने में भी सक्षम बनता है। मुनि संभव कुमार जी भी इस अवसर पर उपस्थित थे। कार्यशाला में तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्षा सरिता कांकरिया ने कार्यशाला की महत्ता एवं विषय पर विचार व्यक्त किए। महिला मंडल की पूर्व अध्यक्ष चंद्रा कोठारी ने नारीलोक पत्रिका का वाचन करते हुए अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के प्रारंभ में तेममं की संगठन मंत्री दिलखुश तातेड़ और प्रचार-प्रसार मंत्री चेतना घोड़ावत ने मंगल गीत का संगान एवं महिला मंडल मंत्री चंद्रा जीरावला ने कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम में मंडल की पूर्व अध्यक्षा विमला बैद ने अपने विचार व्यक्त किए, वहीं पूर्व मंत्री अमिता बैद ने गीत का संगान किया।