ज्ञानशाला वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम
लिलुआ
साध्वी स्वर्णरेखा जी के सान्निध्य में लिलुआ ज्ञानशाला के ज्ञानार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम किया गया। मंगलाचरण ज्ञानशाला गीत ज्ञानार्थियों द्वारा किया गया। विभिन्न गीतिकाओं और नाटक की प्रस्तुति सराहनीय थी। साध्वी स्वर्णरेखा जी ने ज्ञानशाला के बच्चों को अपना प्रेरणा पाथेय प्रदान किया। आचार्यश्री तुलसी के अवदान पर आधारित चित्रों की प्रदर्शनी लगाई गई। सभा के मुख्य न्यासी अमरचंद बैद, अध्यक्ष मनोज बैद, मंत्री दिनेश सुराणा, उपाध्यक्ष आनंद लुणिया, तेयुप अध्यक्ष विकास पुगलिया एवं अन्य कार्यकारिणी सदस्यगण, प्रशिक्षिकाओं, अभिभावकों, ज्ञानशाला के ज्ञानार्थियों और अन्य श्रावक-श्राविकाओं की उपस्थिति में बच्चों ने सुंदर कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य प्रशिक्षिका सुनीता बैद, मंजु बैंगाणी और बबीता जैन का विशेष सहयोग रहा। आंचलिक संयोजिका डॉ0 प्रेमलता चौरड़िया, सह-संयोजक संजय पारख, क्षेत्रीय संयोजिका मंजु घोड़ावत भी कार्यक्रम में उपस्थित थी। सह-संयोजक संजय पारख ने ज्ञानशाला के बारे में अपने विचार व्यक्त किए और कार्यक्रम की सराहना की। तेयुप, लिलुआ द्वारा ज्ञानशाला के बच्चों को उत्साहित करने के लिए पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का संयोजन मुख्य प्रशिक्षिका सुनीता बैद ने किया।