रूपांतरण थ्रू जैनिज़्म
कोयंबटूर
अभातेममं के निर्देशानुसार साध्वी मंगलप्रज्ञा जी के सान्निध्य में महिला मंडल, कोयंबटूर के तत्त्वावधान में मंगलभावना का दूसरा रूपांतरण थ्रू जैनिज़्म ‘ह्री’ संपन्नोहं श्याम एवं रूपांतरण शिल्पशाला ‘कषाय’ की कार्यशाला रखी गई। कार्यक्रम की शुरुआत मंडल की बहनों द्वारा मंगलाचरण से हुई, साध्वी मंगलप्रज्ञा जी ने ‘ह्री’ संपन्नोहं श्याम का अर्थ, मैं अनुशासन से लज्जा से संपन्न बनूँ बताया एवं कषायों के चारों बिंदुओं को भी विस्तारपूर्वक समझाया। साथ ही साध्वी राजुलप्रज्ञा जी ने जीवन को सफल बनाने के लिए कषायों का नियंत्रण अपेक्षित है, इसको उदाहरण के माध्यम से समझाया। कार्यक्रम का संचालन मंत्री आरती रांका ने किया एवं अंत में धन्यवाद ज्ञापन सहमंत्री ज्योति सुराणा ने दिया। अच्छी संख्या में भाई-बहनों की उपस्थिति रही।