रूपांतरण कार्यशाला

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रूपांतरण कार्यशाला

गदग
कषाय विषय पर कार्यशाला का आयोजन तेरापंथ महिला मंडल, गदग द्वारा विजयराज जी के गोदाम में साध्वी गवेषणाश्री जी के सान्‍निध्य में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वी गवेषणाश्री जी द्वारा नमस्कार महामंत्र के साथ किया गया। महिला मंडल की बहनों ने मंगलाचरण प्रेरणा गीत के द्वारा किया। तत्पश्‍चात महिला मंडल की अध्यक्षा प्रेमलता कोठारी ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि आज साल का आखिरी दिन है, चिंतन का दिन है कल नए साल के दिन कषाय का अल्पीकरण कर जीवन को सुखी बनाने का संकल्प करें। डॉ0 साध्वी गवेषणाश्री जी ने कहा कि क्रोध प्रीति नाश करता है। क्रोध में मानव दानव बन जाता है। जो आत्मा को नीच गति की ओर अग्रसर करता है। रूपांतरण कार्यशाला में परिवर्तन के टिप्स बताए गए। साध्वी मयंकप्रभा जी ने कहा कि क्रोध शांति का नाशक और धर्म का क्षय करने वाला है। उपासिका सरस्वती कोठारी ने त्ववज ब्ंनेमे वि कषाय-क्रोध, मान, माया, लोभ के किन-किन लोगों ने भव बिगाड़े बताया। श्‍वेता बागमार ने साध्वीश्री जी का स्वागत करते हुए कहा कि मेरा अहोभाग्य है जो आज साध्वीश्री हमारे घर पधारे। आभार ज्ञापन उपाध्यक्ष शोभा संकलेचा ने किया। कार्यक्रम का संचालन मंत्री विजेता भंसाली ने किया। कार्यक्रम में लगभग 45 की संख्या में भाई-बहन उपस्थित रहे।