त्रिदिवसीय ज्ञानशाला शिविर का आयोजन
गंगाशहर
तेरापंथी सभा, गंगाशहर द्वारा संचालित ज्ञानशाला का त्रिदिवसीय शिविर के समापन के अवसर पर मुनि शांतिकुमार जी ने अपने उद्बोधन में छोटी-छोटी कहानियों के माध्यम से उपस्थित शिविरार्थियों को ज्ञानार्जन के साथ-साथ संस्कारों को पुष्ट करने की बात कही। उन्होंने कहा कि ज्ञानशाला पूज्य गुरुदेव आचार्यश्री तुलसी द्वारा प्रदत्त अनुपम अवदान है। ज्ञानशाला के माध्यम से ज्ञानार्थियों में संस्कारों का बीजारोपण किया जाता है। तेरापंथी सभा के मंत्री रतनलाल छलाणी ने कहा कि ज्ञानार्थियों की प्रस्तुतियाँ ज्ञानशाला प्रशिक्षिकाओं के अथक प्रयास अभिभावकगण की सजगता को बयां करती है। तेयुप मंत्री देवेंद्र डागा ने बताया कि सौम्या भूरा व युवराज सिपानी को परफॉर्मर ऑफ द शिविर घोषित किया गया। क्विज प्रतियोगिता में भाग-2 में मैत्री डाकलिया व यश राखेचा, भाग-3 में नुपुर नाहर, भाग-4 में दिव्यांश पुगलिया, भाग-5 में भाविनी संचेती विजेता रहे। गायन प्रतियोगिता में भाग-1 में हिमांक्षी छाजेड़, नैतिक फलोदिया, भव्य जैन, भाग-2 में यश राखेचा, लक्ष्या बोथरा, सौम्या भूरा, जिव्या बोथरा, भाग-3 में कौशल सोनी, जिनेश नाहटा, जिज्ञांशु बोथरा, भाग-4 में दिव्यांश पुगलिया, भाग-5 में भाविनी संचेती, भव्या ललवाणी ने विजेता स्थान प्राप्त किए। शिविर में तेयुप, गंगाशहर के सहमंत्री भरत गोलछा, किशोर मंडल संयोजक कुलदीप छाजेड़, अरिहंत गीड़िया ने सेवाएँ प्रदान की। शिविर में प्रशिक्षिका रुचि छाजेड़, सुनीता डोसी, अंजु बोथरा, मोनिका संचेती, सरिता आंचलिया, श्रीया गुलगुलिया, प्रेम बोथरा, जयश्री भूरा, ममता बच्छावत, रक्षा बोथरा ने ज्ञानार्थियों को प्रशिक्षण दिया। कार्यक्रम में ज्ञानशाला संयोजक जतन संचेती, निर्मल सुराणा, तेयुप सहमंत्री भरत गोलछा सहित अनेक गणमान्य वयक्ति उपस्थित रहे।