दो पीढ़ियों का मिलन कार्यशाला का आयोजन
कालू
तेरापंथ कन्या मंडल द्वारा दो पीढ़ियों का मिलन संस्कारों का हो वपन कार्यशाला का आयोजन मुनि रमेश कुमार जी के सान्निध्य में ओसवाल पंचायती भवन में हुआ। मुनि रमेश कुमार जी ने बताया कि दादी-पोती का रिश्ता बहुत ही प्यारा रिश्ता है। दादी हमारे परिवार का गौरव है। दादी एक बगीचा है, जिसके हम सभी फल-फूल हैं। दादी अपने संस्कारों के द्वारा उनका सिंचन करती रहती है। दादी से जो संस्कार मिलते हैं वह कभी समाप्त नहीं होते वे जिंदगी भर हमारे साथ रहते हैं।
मुनि रत्नकुमार जी ने बताया कि पोती जैनत्व संस्कृति को बनाए रखे। सहनशील बने और आध्यात्मिक बने। मोबाइल से अच्छाई को ग्रहण करें। इससे पूर्व कार्यशाला का शुभारंभ कन्या मंडल ने मंगलाचरण व संकल्प गीत के संगान से किया। कोषाध्यक्ष चंद्रकला देवी दुगड़ ने दादी की भूमिका निभाते हुए पुराने
जमाने की बातें जो आज विलुप्त हो रही हैं, के बारे में पोतियों को जानकारी दी
व सुश्री अमीषा लोढ़ा ने दादी के जमाने
की जो बातें आज अपेक्षित नहीं है, जानकारी दी।
सरिता देवी सांड व उपसंयोजिका भूमिका सांड ने दादी-पोती भावी जीवन को सुखमय कैसे बनाएँ के बारे में जानकारी दी। सहमंत्री कल्पना सांड व ॠतु सांड ने कार्यशाला को आधार बनाकर लघु-नाटिका प्रस्तुत की। वर्षा सांड, जुली नाहटा ने अपने विचार व्यक्त किए। पूजा सांड ने आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन संयोजिका हर्षा सांड ने किया। तेरापंथी सभा, तेरापंथ महिला मंडल, तेयुप, तेरापंथ कन्या मंडल, तेरापंथ किशोर मंडल व ज्ञानशाला के सदस्य इस अवसर पर अच्छी संख्या में उपस्थित थे।