मंगलभावना समारोह
नोखा
भौतिकता के युग में संयम व्रत धारण करना, अपनी इच्छाओं पर नियंत्रण
करना। भोग से विरक्त होकर योग में बढ़ना, संयम धारण करना विशेष आकर्षण का केंद्र होता है। तेरापंथ में दीक्षा लेकर गुरु के चरणों में समर्पित होना और विशेष है। नोखा की समणी शरदप्रज्ञा बैद परिवार से है। अपने जीवन में संयम, साधना का विकास करें। मंगलकामना। यह उद्गार शासन गौरव साध्वी राजीमती जी ने समणी शरदप्रज्ञा जी के मंगलभावना समारोह में रखे। ग्रुप लीडर समणी मधुरप्रज्ञा जी ने समणी शरदप्रज्ञा जी को अध्ययनशील व विनय साधनाशील, कर्मठ समणी बताते हुए विशेष पुण्यात्मा बताया। बैद परिवार, कन्या मंडल, हस्तीमल बैद, चाचा सुनील बैद, अनुराग बैद, भावेश बैद, कन्या निकिता बेद, तेजस बैद व बच्चों द्वारा समणी शरदप्रज्ञा के वैराग्य से लेकर अब तक की झाँकी प्रस्तुत की। भावनात्मक, सरस प्रस्तुति प्रभावशाली रही।
तेरापंथ सभा अध्यक्ष हनुमानमल ललवानी, मंत्री इंदरचंद बैद, गोपाल लूणावत, मनोज घीया, ज्ञानमच्छ के मंत्री छगनलाल बरड़िया ने भी नोखा की रत्न के प्रति शुभकामनाएँ व कठिन मार्ग संयम स्वीकारना गौरव की बात कही, भावना व्यक्त की। संयोजन उपासक अनुराग बैद ने किया। कार्यक्रम में अनेक गणमान्य महानुभाव उपस्थित रहे।