जागरण की दिशा में प्रस्थान हो
मैसूर
तेरापंथ भवन में चातुर्मास प्रवेश के अवसर पर आयोजित अभिनंदन कार्यक्रम में साध्वी मंगलप्रज्ञा जी ने कहा कि तेरापंथ के शिरोमणि आचार्य संघ की सारणा वारणा करते हैं। वर्तमान में आचार्यश्री महाश्रमण जी के नेतृत्व में हम साधना कर रहे हैं। उनके पवित्र आभावलय से अभिमंडित ऊर्जा और शक्ति लेकर हम यहाँ आए हैं। वह शक्ति अध्यात्म का प्रस्फोटन करेगी। तेरापंथ के आचार्यों ने अनेक सामाजिक, पारिवारिक एवं राजनीतिक समस्याओं का समाधान किया है। समाधान के सूत्र लेकर हम यहाँ आए हैं। जागरण का संदेश लेकर आए हैं। आवश्यकता है मूर्च्छा और प्रमाद की नींद को त्याग कर अध्यात्म के पथ पर बढ़ते रहें। इस अवसर पर साध्वीश्री जी की प्रेरणा से समायोजित पंचरंगी तत्त्व में श्रावक समाज ने अपने नाम दर्ज करवाए।
साध्वी शौर्यप्रभा जी ने आध्यात्मिक नगरी की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कार्य हेतु परिषद को जानकारी दी। साध्वीवृंद ने समुह संगान के द्वारा अपनी भावना प्रस्तुत की। साध्वी राजुलप्रभा जी ने अपने विचार व्यक्त किए।
कंचन बुरड़ ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया। लक्ष्मी भटेवरा ने स्वागत गीत का संगान किया। तेरापंथ ट्रस्ट के अध्यक्ष भेरूलाल पितलिया, तेरापंथ सभाध्यक्ष शांतिलाल कटारिया, अणुव्रत समिति
के पूर्वाध्यक्ष मदन मारू, तेयुप अध्यक्ष दिनेश दक, तेममं अध्यक्ष सुधा
नोलखा, जिया देरासरिया ने साध्वीवृंद का स्वागत किया एवं सफल चातुर्मास
हेतु मंगलकामना की। कार्यक्रम का संचालन सभा के मंत्री अशोक दक ने किया।