अवबोध

स्वाध्याय

अवबोध

मंत्री मुनि सुमेरमल ‘लाडनूं’

धर्म बोध
दान धर्म
प्रश्‍न 5 : दस दान में लौकिक व लोकोत्तर कितने हैं?
उत्तर : धर्म दान लोकोत्तर व शेष नौ दान लौकिक हैं।

प्रश्‍न 6 : दस दान में सावद्य कितने व निरवद्य कितने हैं?
उत्तर : धर्म दान निरवद्य व शेष नौ दान सावद्य हैं।

प्रश्‍न 7 : नौ दान लौकिक हैं, तो अधर्म दान का पृथक् उल्लेख कैसे हुआ?
उत्तर : अधर्म दान निंदनीय है। जैसेवेश्या, कसाई आदि को प्रसन्‍न रखने के लिए उनकी इच्छाओं की पूर्ति करना। प्रत्यक्ष में यह लोक विरुद्ध है। इस प्रकार के दान को अधर्म दान कहते हैं। शेष आठ दान लोकोपयोगी हैं, किंतु हैं सभी लौकिक।
(क्रमश:)