अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह कार्यक्रम
सरदारपुरा
महामंदिर स्थित जैन स्कूल के ओसवाल भवन में मुनि तरुण रुचि जी ‘तरुण’ एवं मुनि संभव कुमार जी के सान्निध्य में अणुव्रत उद्बोधन कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें जैन स्कूल के छात्र-छात्राओं के अलावा अनेक समाजजन भी उपस्थित थे।
मुनि तत्त्वरुचि जी ने कहा कि दुनिया में चरित्रवान व्यक्ति ही गुणवान और महान होता है। वास्तव में शिक्षा का ध्येय चरित्र का निर्माण होना चाहिए। क्योंकि चरित्रवान नागरिकों से ही स्वस्थ समाज की रचना और समृद्ध राष्ट्र की कल्पना साकार हो सकती है।
इस अवसर पर मुनि तत्त्वरुचि जी ने उपस्थित विद्यार्थियों को नशामुक्ति का संकल्प करवाया। साथ ही जीवन विकास के लिए महत्त्वपूर्ण सूत्र ‘अणुव्रत’ की शपथ दिलाई। मुनिश्री ने स्मरण शक्ति के विकास हेतु प्रेक्षाध्यान एवं योग के प्रयोग भी करवाए।
कार्यक्रम में रतनलाल काणोत, दिलीप कुमार मालू, मूलचंद तातेड़, महावीर राज जांगड़ा, मनीष-राजकुमार तातेड़, दीपक अभिषेक सुराणा, अशोक कुमार कागोत, धनपत धारीवाल, प्रमोद कुमार कागोत आदि की उपस्थिति रही।
आध्यात्मिक मिलन प्रात:काल में जैन साध्वी प्रमोदश्री जी मंडोर से विहार कर जैन स्कूल महामंदिर पधारें, जहाँ मुनि तत्त्वरुचि जी व साध्वीश्री जी का आध्यात्मिक मिलन हुआ। जैन साध्वी प्रमोदश्री जी का वर्ष 2022 के बायतू चातुर्मास के लिए प्रवर्धमान है।