अतुलनीय व्यक्तित्व था साध्वीप्रमुखाश्री कनकप्रभाजी का
शिवाकाशी।
शासनमाता साध्वीप्रमुखाश्री जी की स्मृति सभा का आयोजन साध्वी उज्ज्वलप्रभाजी की सन्निधि में हुआ। कार्यक्रम का प्रारंभ सामुहिक जप अनुष्ठान से हुआ। साध्वी उज्ज्वलप्रभाजी ने कहा कि तेरापंथ धर्मसंघ में साध्वीप्रमुखाश्री कनकप्रभाजी की महनीय, अतुलनीय भूमिका रही। नारी जगत को आचार्यों की कृपा दृष्टि से साध्वीप्रमुखाश्री जी ने जो चमक दी, जो धार दी, युगों-युगों तक उनकी अनुगूंज रहेगी।
साध्वी सन्मतिप्रभाजी ने अपने जीवनगत प्रेरक संस्मरणों के द्वारा साध्वीप्रमुखाश्री जी के असाधारण व्यक्तित्व को उजागर किया। साध्वी प्रबोधयशा जी ने गीत के माध्यम से साध्वीप्रमुखाश्रीजी के करुणामयी स्वरूप को अभिव्यक्त किया।
कार्यक्रम का संचालन साध्वी अनुप्रेक्षाश्री जी ने किया। शिवाकाशी के वरिष्ठ श्रावक नवरत्नमल डागा, संपत बाई डागा, महिला मंडल अध्यक्षा सुशीला सेठिया, मंत्री कुसुम बैद, दिव्या आंचलिया ने अपने श्रद्धासुमन गीत, कविता एवं संस्मरणों के माध्यम से अभिव्यक्त किए। महिला मंडल ने सामुहिक गीत प्रस्तुत किया।