बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे आचार्य तुलसी
उज्जैन
गुरुदेवश्री तुलसी का 25वाँ महाप्रयाण दिवस साध्वी कीर्तिलता जी के सान्निध्य में ईश्वर पटेल के निवास स्थान पर मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महिला मंडल की बहनों ने मंगल गीत से किया। साध्वी कीर्तिलता जी ने कहा कि आचार्यश्री तुलसी आज भी जीवित हैं, सात दशकों तक धर्मसंघ की शासना करते हुए कितनी ही विरोधों की आँधियों को सहन किया।
साध्वी शांतिलता जी, साध्वी पूनमप्रभा जी, साध्वी श्रेष्ठप्रभा जी ने ‘साहित्य का मानसरोवर’ के रूप में गुरुदेव श्री तुलसी के विशाल साहित्य का संक्षिप्त विश्लेषण किया। सभा अध्यक्ष विनोद पीपाड़ा, पूर्व अध्यक्ष संजय मेहता, ईश्वर पटेल, पारस आंचलिया, तेयुप अध्यक्ष मधुर आच्छा, महिला मंडल अध्यक्षा उपासिका वीरबाला छाजेड़, पायल आचछा, भव्य आच्छा, प्रज्ञ पीपाड़ा, सोनाली पीपाड़ा आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम का संचालन साध्वी श्रेष्ठप्रभा जी ने किया। साध्वीश्री जी की विशेष प्रेरणा से 10 प्रत्याख्यान कराए गए। कार्यक्रम में अनेक परिवारों ने भाग लिया।