भगवान महावीर का जन्म कल्याणक दिवस
तेरापंथ सभा के तत्त्वावधान में साध्वी प्रमिला कुमारी जी के सान्निध्य में भगवान महावीर जन्म कल्याणक दिवस एवं साध्वी प्रमिला कुमारी जी के 50 वर्ष संयम पर्याय पूर्ण होने के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन दो चरणों में किया गया। साध्वीश्री के मंगल मंत्रोच्चार के बाद तेयुप के मंगलाचरण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
इस अवसर पर पश्चिम महाराष्ट्र एरिया सभा अध्यक्ष व कोल्हापुर सभा अध्यक्ष उत्तमचंद पगारिया, इचलकरंजी सभा अध्यक्ष महावीर आंचलिया, सभा मंत्री व महासभा कार्यकारिणी सदस्य पुष्पराज संकलेचा, महिला मंडल अध्यक्ष व अभातेममं कार्यकारिणी सदस्य जयश्री जोगड़, तेयुप अध्यक्ष मुकेश भंसाली, जयसिंहपुर सभा अध्यक्ष विजयसिंह रूणवाल और महिला मंडल अध्यक्षा मुंजु बरड़िया ने अपने-अपने भावों की अभिव्यक्ति करते हुए भगवान महावीर के प्रति अपनी भावांजलि अर्पित की।
स्थानीय महिला एवं जयसिंहपुर महिला मंडल ने ने गीत के माध्यम से वातावरण को गुंजायमान किया। साध्वी आस्थाश्री जी और साध्वी विज्ञप्रभा जी ने शब्दचित्र के माध्यम से भगवान महावीर के संदेश को उजागर किया। साध्वी प्रमिला कुमारी जी ने कहा कि आज का दिन समस्त जैन समाज के लिए महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि महावीर का जन्म, शक्ति का जन्म है, उनका जन्म भक्ति का जन्म है, संस्कृति का जन्म है, सुख, शांति व आनंद का जन्म है। इचलकरंजी सभा सह-सचिव राजेश सुराणा के आभार ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का प्रथम चरण संपन्न हुआ।
दूसरे चरण में साध्वी विज्ञप्रभा जी ने मुख्य नियोजिका जी द्वारा प्रदत्त संदेश का वाचन किया। साध्वी आस्थाश्री जी और साध्वी विज्ञप्रभाजी ने साध्वी प्रमिलाकुमारी जी का संक्षिप्त जीवन-वृत्त उजागर करते हुए साध्वीश्री का अभिवादन किया।
साध्वीश्रीजी के नातिले परिवार-भाई केसरीचंद आदि ने भी भाषण, गीतिका, मुक्तक आदि के माध्यम से अपनी शुभकामनाएँ प्रेषित की। साध्वी प्रमिलाकुमारी जी ने अपने अनुभवों का पिटारा खोला और गुरुत्रय, शासनमाता महाश्रमणीजी, उदारस्पद मुख्य मुनि, मुख्य नियोजिकाजी, साध्वीवर्याजी और अन्य साध्वियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। कार्यक्रम का संचालन साध्वी आस्थाश्री जी ने किया।