व्यापारी व्यापार में प्रामाणिकता रखें
भुवनेश्वर।
मुनि जिनेश कुमार जी ने उड़ीसा में तेरापंथ भवन में किराणा व्यापारियों के मध्य कहा कि दुनिया में तीन शक्तियाँ हैंµअध्यात्म की, सत्ता की, धन की। इन तीन में सर्वश्रेष्ठ व महत्त्वपूर्ण शक्ति हैµअध्यात्म की। अध्यात्म की शक्ति अद्वितीय व अनुपम है। अध्यात्म का अर्थ है आत्मा के आसपास रहना।
मुनिश्री ने आगे कहा कि व्यापारी समाज का अभिन्न अंग है। व्यापारी के पास बुद्धि होती है वह बुद्धि का सदुपयोग करे न कि दुरुपयोग करे। व्यापारी ग्राहक के साथ अच्छा व्यवहार रखे। इस अवसर पर किराणा मर्चेन्ट के अध्यक्ष खंडेलवाल ने विचार रखे। मुनिश्री के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष बच्छराज बेताला ने विचार रखे व मंत्री पारस सुराणा ने मुनिश्री का परिचय दिया। इस अवसर पर मुनि परमानंदजी व मुनि कुणाल कुमार जी आदि उपस्थित थे।