धनवान होकर भी जो दान नहीं देता, वह दरिद्र है। उसका धन भारभूत है, केवल अहंकार बढ़ाने के लिए है। - आचार्य श्री भिक्षु
धनवान होकर भी जो दान नहीं देता, वह दरिद्र है। उसका धन भारभूत है, केवल अहंकार बढ़ाने के लिए है।