रूपांतरण थ्रू जैनिज्म कार्यशाला
बालोतरा।
अभातेममं के निर्देशानुसार तेममं के तत्त्वावधान में साध्वी उर्मिलाश्री जी के सान्निध्य में न्यू तेरापंथ भवन में रूपांतरण थ्रू जैनिज्म कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका विषय थाµध्यान। सर्वप्रथम नमस्कार महामंत्र से कार्यशाला की शुरुआत की गई। महिला मंडल की बहनों द्वारा प्रेरणा गीत का संगान किया गया। महिला मंडल अध्यक्षा निर्मला संकलेचा ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया।
मंत्री संगीता बोथरा ने बताया कि साध्वी रितुयशा जी ने गीतिका प्रस्तुत की। साध्वी ज्ञानयशा जी ने चारों ही ध्यान की चर्चा की। साध्वी उर्मिला कुमारी जी ने कहा कि ध्यान के बिना धर्म सिर रहित धड़ के समान है, जैसे शरीर में मस्तिष्क मूल है वृक्ष में जड़ मूल है, उसी प्रकार श्रमणधर्म में ध्यान मूल है।
इस कार्यशाला में अभातेममं सदस्य व मारवाड़ क्षेत्र प्रभारी सारिका वागरेचा, परामर्शक पीपी देवी ओस्तवाल, कोषाध्यक्ष उर्मिला सालेचा, सहमंत्री इंदु भंसाली, रेखा बालड़, कन्या मंडल प्रभारी श्वेता सालेचा, निवर्तमान अध्यक्ष अयोध्या देवी ओस्तवाल, पूर्व परामर्शक कमला देवी ओस्तवाल, देवी बाई छाजेड़, पूर्व अध्यक्ष सहित लगभग 175 भाई-बहन उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार ज्ञापन मंत्री संगीता बोथरा ने किया।