साध्वीप्रमुखा मनोनयन के अवसर पर मन के भाव
आदरणीय साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभाजी
‘युगप्रधान’ आचार्यश्री महाश्रमणजी ने महत्ती कृपा कर तेरापंथ धर्मसंघ की गौरवशाली साध्वीप्रमुखा परंपरा में नौवें स्थान पर आपश्री को मनोनीत कर चतुर्विध धर्मसंघ में प्रसन्नता का अवसर प्रदान किया है। गुरु इंगित की आराधना करते हुए संपूर्ण धर्मसंघ को आपश्री का आध्यात्मिक पथदर्शन मिलता रहे यही सुभाशंसा।