आचार्यश्री महाश्रमण जी का दीक्षा दिवस कार्यक्रम
बैंगलुरु।
अभातेयुप के निर्देशन में तेयुप, बैंगलुरु व तेयुप, टी-दासरहल्ली के संयुक्त तत्त्वावधान में आचार्यश्री महाश्रमण जी का 49वें दीक्षा दिवस को युवा दिवस के रूप में मनाया गया। इसके अंतर्गत महाश्रमणोस्तु मंगलम् के रूप में शासनश्री साध्वी कंचनप्रभाजी के सान्निध्य में प्रेरणा पाथेय का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वीश्री जी द्वारा नमस्कार महामंत्र से प्रारंभ हुआ। तेयुप, बैंगलुरु अध्यक्ष विनय बैद ने स्वागत वक्तव्य दिया। तेयुप, टी-दासरहल्ली अध्यक्ष कुशल बाबेल ने बताया कि दोनों परिषद द्वारा महाश्रमणोस्तु मंगलम् कार्यक्रम के अंतर्गत निबंध लेखन प्रतियोगिता, कविता लेखन प्रतियोगिता, प्रेरणा पाथेय एवं भव्य भक्ति संध्या का आयोजन किया गया।
शासनश्री साध्वी मंजुरेखाजी ने कहा कि 11 साल की उम्र में मोहन मुदित आचार्य महाश्रमण जी ने धर्मसंघ में एक कीर्तिमान स्थापित किया। छः भाइयों में आचार्यश्री उस समय मंत्री मुनि के सान्निध्य में प्रेरणा प्राप्त कर पूज्य गुरुदेव कालूगणी की माला फेरना शुरू किया। शासनश्री साध्वी कंचनप्रभाजी ने कहा कि समाज का शुभ भविष्य सर्वोत्र नेतृत्व पर निर्भर करता है। हम अति गौरवशाली हैं कि प्रारंभ से आज तक गौरवशाली आचार्यों का नेतृत्व मिलता रहा। शासनश्री साध्वी मंजुरेखाजी, साध्वी उदितप्रभाजी, साध्वी निर्भयप्रभाजी व साध्वी चेलनाश्री जी द्वारा गीतिका की सुंदर प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम का संचालन बैंगलुरु परिषद मंत्री प्रवीण बोहरा ने किया। महासभा से प्रकाश लोढ़ा, अभातेयुप राष्ट्रीय नेत्रदान प्रभारी नवनीत मूथा, अभातेयुप क्षेत्रीय प्रभारी राकेश दक, अणुव्रत समिति मंत्री माणकचंद संचेती, अणुविभा संगठन मंत्री कन्हैयालाल चिप्पड़, महिला मंडल अध्यक्षा स्वर्णमाला पोकरना ने अपनी भावनाएँ प्रेषित की। तेयुप उपाध्यक्ष भेरूलाल पोकरना, सहमंत्री विवेक मरोठी, रूपचंद देसरला की विशेष उपस्थिति रही। असम से पधारे महासभा के प्रतिनिधि नरेंद्र सेठिया का तेरापंथ सभा द्वारा सम्मान किया गया। टी-दासरहल्ली परिषद सहमंत्री प्रवीण बोहरा ने सभी के प्रति आभार ज्ञापन किया।