आचार्यश्री महाश्रमण जी के जन्मोत्सव, पटोत्सव एवं दीक्षा दिवस के आयोजन
हैदराबाद
हैदराबाद के शिवरामपल्ली क्षेत्र में लक्ष्मीपत कुंडलिया के निवास स्थान पर आचार्यश्री महाश्रमण जी का दीक्षा दिवस युवा दिवस के रूप में मनाया गया। राजेंद्र बोथरा ने बताया कि कार्यक्रम का आगाज शिवरामपल्ली की ज्ञानशाला की प्रशिक्षिकाओं ने महाश्रमण अष्टकम् से किया। महिला मंडल की बहनों ने गीतिका की प्रस्तुति दी। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष सुरेश सुराणा ने अपने भाव सुमन समर्पित किए। तेयुप के उपाध्यक्ष विनोद दुगड़ ने सभी का स्वागत करते हुए शुभकानाएँ प्रेषित की। महिला मंडल की अध्यक्ष अनीता गीड़िया ने तथा महासभा के प्रभारी लक्ष्मीपत बैद, अणुव्रत समिति की ओर से रीटा सुराणा ने अपने विचार व्यक्त किए। शिवरामपल्ली के ज्ञानशाला के बच्चों की प्रस्तुति हुई। साध्वी रश्मिप्रभाजी की गीतिका ने पूरे परिसर में समा बांध दिया। साध्वी संप्रतिप्रभा जी ने अपने विचार व्यक्त किए। साध्वी त्रिशला कुमारी जी ने कहा कि गुरु हमारे जीवन निर्माता हैं, भाग्य विधाता हैं, माँ बालक को जन्म देती है, गुरु उसकी आध्यात्मिक चेतना को जगा जीवन जीने की कला सिखाते हैं। कार्यक्रम में नवनियुक्त साध्वीप्रमुखा विश्रुतविभाजी के प्रति सभा, तेयुप, महिला मंडल ने शुभकामनाएँ प्रेषित की। तेयुप ने होम्योपैथिक चिकित्सालय के अर्थ सौजन्य प्रदान करने वाले हेमराज दुगड़ का स्वागत किया तथा लक्ष्मीपत कुंडलिया का भी स्वागत किया। तेयुप के मंत्री विरेंद्र घोषल ने आभार ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन साध्वी कल्पयशा जी ने किया।