साध्वीप्रमुखा वर्धापना समारोह का आयोजन
ट्रिप्लीकेन, चेन्नई
साध्वी डॉ0 मंगलप्रज्ञा जी के सान्निध्य में तेरापंथ ट्रस्ट, ट्रिप्लीकेन के तत्त्वावधान में नवनियुक्त साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभाजी के वर्धापना समारोह का तेरापंथ सभा भवन में आयोजन किया गया। साध्वीप्रमुखा प्रणौमि भावना से साध्वीवृंद के मंगलाचरण द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। साध्वी डॉ0 मंगलप्रज्ञा जी ने कहा कि तेरापंथ धर्मसंघ में पुण्यपुंज आचार्य पद पर पटासीन आचार्य पुण्यशाली होते हैं। साध्वीप्रमुखा का पद भी संघ में तेजस्वी होता है। शासनमाता के दीर्घकालीन सान्निध्य में अनुभवों से आप्लावित साध्वीप्रमुखा विश्रुतविभाजी हमें धर्मसंघ को मिली।
साध्वीश्री जी ने कहा कि साध्वीप्रमुखाजी का जीवन प्रारंभ से ही निर्लिप्त रहा है। उनका वर्चस्व भी बेजोड़ रहा है। आचार्यश्री तुलसी द्वारा प्रदत्त समण दीक्षा की प्रथम पंक्ति में मुमुक्षु सविता से समणी स्मितप्रज्ञा बनी। साध्वी दीक्षा से संयम पर्याय में विश्रुतविभा स्वनाम धन्य बन गया। तीन आचार्यों की असीम कृपा से वे सदैव गतिमान रही। साध्वी सिद्धियशाजी, साध्वी डॉ0 राजुलप्रभाजी, साध्वी डॉ0 चैतन्यप्रभाजी ने साध्वीप्रमुखा के सान्निध्य में बिताए सुखद अतीत के अनुभवों की प्रस्तुति देते हुए शुभ भविष्य की मंगलकामना की। मुमुक्षु कोमल, तेरापंथ सभा अध्यक्ष प्यारेलाल पितलिया, तेयुप अध्यक्ष मुकेश नवलखा, टीपीएफ अध्यक्ष राकेश खटेड़, महिला मंडल अध्यक्ष पुष्पा हिरण, अभातेममं सदस्या माला कातरेला, अभातेयुप कोषाध्यक्ष भरत मरलेचा, उपासक स्वरूपचंद दांती, अणुव्रत समिति उपाध्यक्ष मंजु गेलड़ा, तेरापंथ ट्रस्ट ट्रिप्लीकेन अध्यक्ष सुरेश संचेती, गौतमचंद जे0 सेठिया, तेममं मंत्री रीमा सिंघवी सहित अनेक पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने अभ्यर्थना की। कार्यक्रम का संचालन साध्वी डॉ0 शौर्यप्रभा जी ने किया।