आध्यात्मिक मिलन समारोह का आयोजन
बैंगलुरु
गांधीनगर तेरापंथ भवन में शासनश्री साध्वी कंचनप्रभाजी के दर्शनार्थ शासनश्री साध्वी शिवमालाजी नेहरू नगर से विहार कर पधारी। साध्वीवृंद का परस्पर आध्यात्मिक मिलन श्रद्धालुजनों के लिए प्रेरक था। भवन में पधारने पर जुलूस सभा के रूप में परिवर्तित हो गया। शासनश्री साध्वी मंजुरेखाजी ने साध्वीवृंद का स्वागत करते हुए कहा कि हम सभी साध्वियाँ काफी दिनों से आपके पधारने का इंतजार कर रहे थे। साध्वी शिवमाला जी श्रमशील साध्वी हैं। सभी साध्वियाँ धर्मसंघ की अच्छी प्रभावना कर रही हैं। साध्वी मंजुरेखाजी, साध्वी उदितप्रभाजी, साध्वी निर्भयप्रभाजी व साध्वी चेलनाश्री जी ने सुमधुर स्वर में सभागत साध्वीवृंद का स्वागत किया। शासनश्री साध्वी शिवमालाजी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि शासनश्री साध्वी कंचनप्रभाजी हमारे धर्मसंघ की वरिष्ठ साध्वियों में हैं एवं शासनश्री साध्वी मंजुरेखाजी भी अपनी विशिष्ट योग्यता में बहुत श्रम करके धर्मसंघ का गौरव बढ़ा रही है। आप सभी से मिलने की हमारी भावना आज सफल हुई है। साध्वी अमितरेखाजी, साध्वी अर्हमप्रभाजी एवं साध्वी रत्नप्रभाजी ने साध्वीश्री जी के दर्शन कर प्रसन्नता की भावाभिव्यक्ति गीत के संगान से की। शासनश्री साध्वी कंचनप्रभाजी ने कहा कि तेरापंथ धर्मसंघ का गौरव है विनय एवं वात्सल्य। हमारी छोटी बहन साध्वी शिवमाला जी से बहुत दिनों के बाद आज मिलन हो रहा है। साध्वी शिवमाला जी भी धर्मसंघ की प्रभावना में अच्छा श्रम कर रही हैं। इस वर्ष आपका चौमासा राजराजेश्वरीनगर के लिए आचार्यप्रवर ने फरमाया है। हम वहाँ चातुर्मास करके आए हैं। आप सभी साध्वियाँ संयम, तप, त्याग की सभी को प्रेरणा देना।
साध्वीवृंद के स्वागत में गांधीनगर सभा अध्यक्ष सुरेश दक, तेयुप अध्यक्ष विनय बैद, तेममं अध्यक्षा स्वर्णमाला पोकरना, मंत्री सरस्वती बाफना, अणुविभा संगठन मंत्री कन्हैयालाल चिप्पड़, ज्ञानशाला वरिष्ठ संयोजक जुगराज श्रीश्रीमाल, तेयुप मंत्री प्रवीण बोहरा ने विचार रखे। परिषद द्वारा गदग द्वारा सभा के पूर्व अध्यक्ष, कांतिलाल भंसाली का
सम्मान किया गया। संचालन ज्ञानशाला सह-संयोजक गौतम डोसल ने किया। इस अवसर पर परिषद सहमंत्री प्रदीप चौपड़ा, युवा वाहिनी संयोजक भरत रायसोनी, सज्जनराज पितलिया व अनिल डूंगरवाल की विशेष उपस्थिति रही।