अपना घर आश्रम पहुँचे जैन मुनि
कटक
मुनि जिनेश कुमार जी ‘अपना घर आश्रम’ कटक पधारने पर संस्था के पदाधिकारियों द्वारा मुनिवृंदों का भावभीना स्वागत किया गया। इस अवसर पर मुनिवृंद के प्रवचन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित मंदबुद्धि दरिद्रनारायण प्रभुजी को संबोधित करते हुए मुनि जिनेश कुमार जी ने कहा कि सेवा बहुत बड़ी शक्ति है। सेवा वशीकरण मंत्र है। सेवा करने वाला प्रभु बन जाता है। सेवा से मानवता का विकास होता है। सेवा के लिए समर्पण व अनाग्रह चेतना का विकास जरूरी है। अपना घर आश्रम में लावारिश, मंदबुद्धि बुजुर्गों की सेवा की जाती है। लौकिक दृष्टि से यह सेवा का महत्त्वपूर्ण कार्य है। मुनिश्री ने आगे कहा कि निस्वार्थ भाव से सेवा करने वाले व्यक्ति की सेवा ही सेवा है। संस्था हमेशा पवित्र कार्य करती रहे। सद्भावना, नैतिकता, नशामुक्ति जरूरी है। मुनि कुणाल कुमार जी के मंगलाचरण गीत से कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। इस अवसर पर सुखदेव लाडसरिया, नथमल लाडसरिया, सुभाष भूरा, बच्छराज बेताला, दिलीप विनायकिया, मुन्ना भाई जैन ने अपने विचार रखे। संचालन मुनि परमानंद जी ने किया।