वीतराग पथ कार्यशाला का आयोजन

संस्थाएं

वीतराग पथ कार्यशाला का आयोजन

मैसूर
साध्वी डॉ0 गवेषणाश्रीजी के सान्निध्य में व मैसूर तेयुप के तत्त्वावधान में वीतराग पथ कार्यशाला का आयोजन किया गया। डॉ0 साध्वी गवेषणाश्री जी ने कहा कि सूर्यमुखी फूल दिन में खिलता है व चंद्रमुखी फूल रात में और अंतर्मुखी व्यक्ति दोनों समय में खिलता है। अंतर्मुखी व्यक्ति की चिंतन, निर्णय और क्रियान्विति में दूरी नहीं होती। जो आत्मस्थ होता है वही वीतराग पथ पर चढ़ सकता है। साध्वी मयंकप्रभाजी ने कहा कि कथन और कर्म, आचरण और उच्चारण, कथनी और करनी में समान रहने वाला ही वीतराग बनता है। वीतराग बनने के लिए भीतर की चेतना को जगाना होगा। साध्वी दक्षप्रभा जी एवं साध्वी मेरुप्रभाजी ने गीतिका प्रस्तुत की। साध्वी डॉ0 गवेषणाश्री जी के नवकार मंत्र से शुरुआत हुई। विमल पितलिया ने मंगलाचरण किया। तेयुप मैसूर ने विजय गीत का संगान किया। मैसूर प्रभारी राकेश दक ने श्रावक निष्ठा पत्र का स्मरण कराया। तेयुप के अध्यक्ष विक्रम पितलिया ने सभी का स्वागत किया। सोहन, कोप्पल सभा अध्यक्ष पारस जीरावला, कोप्पल पूर्व अध्यक्ष प्रमोद जीरावला, कोप्पल किशोर मंडल संयोजक ऋषभ जीरावला आदि उपस्थित रहे। मैसूर प्रभारी राकेश का सम्मान मैसूर सभा अध्यक्ष शांतिलाल कटारिया, महिला मंडल अध्यक्षा मंजु दक, ट्रस्ट अध्यक्ष भेरूलाल पितलिया, अभातेयुप सदस्य मुकेश गुगलिया, ललित मेहर, महासभा सदस्य महावीर देरासरिया आदि उपस्थित रहे। कार्यशाला में आसपास के क्षेत्र के लोग, नंजनगुड के तेयुप टीम, एच डी कोटे के ज्ञानशाला बच्चे व मैसूर ज्ञानशाला के बच्चे, प्रशिक्षिका बहन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन संगठन मंत्री विनोद मुनोत व आभार मंत्री विक्रम गांधी मेहता ने किया।