श्रावक सम्मेलन-जागरूक प्रहरी का आयोजन
पिंपरी-चिंचवड।
श्रावक सम्मेलन-जागरूक प्रहरी साध्वी काव्यलता जी के सान्निध्य में आयोजित हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वीश्री जी के मुखारबिंद से नमस्कार महामंत्र द्वारा हुआ। तेरापंथ युवक परिषद, पिंपरी चिंचवड के सदस्यों ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया। तेममं द्वारा सुमधुर गीतिका प्रस्तुत की। तेरापंथी सभा के अध्यक्ष प्रकाश गादिया ने स्वागत भाषण दिया। साध्वी काव्यलता जी ने समुचित श्रावक समाज को उद्बोधन दिया। साध्वीश्री जी ने इस प्रसंग पर कहा कि श्रावक सम्मेलन एक शक्ति संपन्न सम्मेलन है। श्रावक वह होता है जो देव, गुरु और धर्म के प्रति आस्था रखता है। श्रावक के पास 12 व्रतों की डिग्री होनी चाहिए। सामायिक ही श्रावक का असली शंृगार है। हर एक श्रावक को जहाँ तक हो सके प्रतिदिन एक सामायिक करनी चाहिए। साध्वीश्री जी ने सुंदर कविता प्रस्तुत की।
तेरापंथ सभा के निवर्तमान अध्यक्ष करण सिंह, तेरापंथ सभा पूना के अध्यक्ष महावीर कटारिया, तेममं की अध्यक्षा इंदु दुगड़, तेममं की संस्थापक अध्यक्षा लताबाई कांकरिया, तेममं बीड की अध्यक्षा सविता जैन ने अपने विचारों की प्रस्तुति दी। तेरापंथ धर्मसंघ की साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभा जी द्वारा लिखित मंगलमय आशीर्वचन प्राप्त हुआ, जिसका वाचन सभा के उपाध्यक्ष तिलोक बच्छावत ने किया। साध्वी मधुस्मिता जी के संदेश का वाचन सविता मरलेचा ने किया।
तेयुप, पिंपरी चिंचवड के नव मनोनीत अध्यक्ष विकास कटारिया, मंत्री विनोद संचेती तथा समुची कार्यकारिणी ने अपने दायित्व निर्वाहन के लिए शपथ ग्रहण की। श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन और संकल्प ग्रहण महेंद्र मरलेचा ने करवाया। कार्यक्रम का संचालन सभा के संगठन मंत्री समीर कोठारी ने किया। आभार प्रदर्शन सुनिल नहार ने किया।