रूपांतरण शिल्पशाला का आयोजन

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रूपांतरण शिल्पशाला का आयोजन

कटक, उड़ीसा।
मुनि जिनेश कुमार जी के सान्निध्य में तेरापंथ महिला मंडल द्वारा रूपांतरण शिल्पशाला संयम ‘एक युद्ध स्वयं के विरुद्ध’ विषयक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अच्छी संख्या में महिला मंडल की बहनें उपस्थित थीं। इस अवसर पर मुनि जिनेश कुमार जी ने कहा कि जो दूसरों को जीतता है उसे वीर कहते हैं और जो स्वयं को जीतता है उसे महावीर कहते हैं। भगवान महावीर ने स्वयं पर विजय प्राप्त करने का संदेश दिया है। मुनिश्री ने आगे कहा कि शरीर साधना में सहयोगी है, उसका संयम भी जरूरी है। अनावश्यक हाथ-पाँव पसारना भी असंयम है। अपेक्षा है हम संयम का जीवन जीकर परमवीर बनने का लक्ष्य प्राप्त करें। कार्यक्रम का शुभारंभ बाल मुनि कुणाल कुमार जी के मंगलाचरण से हुआ। तेरापंथ महिला मंडल की बहनों ने गीत प्रस्तुत किया। तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्षा हीरा बैद ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। इस अवसर पर प्रफुल्ल बेताला, सुमन बेताला, बच्छराज बेताला ने अपने श्रद्धासिक्त विचार व्यक्त किए। अभातेममं की कार्यकारिणी सदस्य इंद्रा देवी लुणिया ने आभार ज्ञापन किया। संचालन मुनि परमानंद जी ने किया।