अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के विविध आयोजन

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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के विविध आयोजन

चंडीगढ़
योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के माध्यम से भारत ने समस्त विश्व को एक सूत्र में बाँधने का काम किया है। आइए योग को अपने जीवनशैली में शामिल करें और जीवन को ऊर्जा से परिपूर्ण बनाएँ। ये शब्द मनीषी मुनि विनय कुमार जी ‘आलोक’ ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अणुव्रत भवन, तुलसी सभागार में कहे। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर अनेक श्रावक- श्राविकाओं ने योग, मेडिटेशन किया। शासनश्री मुनि विमल कुमार जी ने कहा कि योग हमारे शरीर में शांति बढ़ाने और हमारे सभी तनाव तथा समस्याओं से मुक्ति दिलाने का कार्य करता है। जामा मस्जिद के ईमाम मौलाना अजमल खां ने कहा कि योग में हमें चिंतामुक्त और तनावमुक्त रहने के लिए साधन और तकनीक मिलते हैं।
मुनि स्वस्तिक कुमार जी ने कहा कि योग शब्द की उत्पत्ति संस्कृति के युज से हुई है, जिसका मतलब होता है आत्मा का सार्वभौमिक चेतना से मिलना। योग लगभग दस हजार साल से भी अधिक समय से अपनाया जा रहा है। भाजपा प्रवक्ता व व्यापार मंडल के अध्यक्ष कैलाश जैन ने कहा कि योग का एक महत्त्वपूर्ण लाभ यह है कि यह व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तन लाता है। योग हमारी तरंगों को बेहतर बनाता है। मुनि अभय कुमार जी सहित मुनि मधुर कुमार जी, मुनि अक्षय कुमार जी, मुनि धन्य कुमार जी, मुनि अर्जव कुमार जी, मुनि सुपारस कुमार जी ने अपने विचारों की अभिव्यक्ति दी। मुनि अक्षय कुमार जी, मुनि सुपारस कुमार जी के प्रेक्षा गीत से कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ।