जीवन-विज्ञान सर्वांगीण विकास का हेतु
कोयंबटूर।
वेपपडै़ स्थित श्री वल्लीअप्पा विद्यालय एवं ईरोड स्थित एईटी मैट्रिकुलेशन स्कूल में आयोजित कार्यशाला में साध्वी उज्ज्वलप्रभाजी ने कहा कि जीवन-विज्ञान के प्रयोगों द्वारा छात्रों का सर्वांगीण विकास हो सकता है। साध्वी धैर्यप्रभाजी ने सरल-सहज भाषा में तमिल में अनुवाद करके समझाया। साथ ही छात्रों को प्रायोगिक प्रयोग जिसमें महाप्रयाण ध्वनि, श्वासप्रेक्षा, संकल्प शक्ति बढ़ाने हेतु अनेकों प्रयोग करवाए गए। इस अवसर पर साध्वी उज्ज्वलप्रभाजी ने बच्चों को नशामुक्ति का संकल्प भी करवाया। साध्वी अनुप्रेक्षाश्री जी, साध्वी प्रबोधयशा जी, साध्वी सन्मतिप्रभाजी का विशेष सहयोग रहा। एईटी स्कूल जहाँ पिछले 12 वर्षों से जीवन-विज्ञान पाठ्यक्रम के रूप में चल रहा है वहाँ के प्रिंसिपल गोविंदराज ने कोरोना के बाद पुनः इसको शुरू करने की इच्छा जाहिर की। कार्यक्रम के आयोजन में जीवन विज्ञान टीम के वरिष्ठ सदस्य भंवरलाल भूतोड़िया, कार्यकर्ता राजेश बोथरा, हेमंत दुगड़ का सराहनीय प्रयास रहा। इस अवसर पर महिला मंडल संरक्षिका गिन्नी देवी बाबेल, महिला मंडल की भूतपूर्व अध्यक्षा वीना देवी भूतोड़िया की उपस्थिति रही।