संतों का चातुर्मासिक मंगल प्रवेश

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संतों का चातुर्मासिक मंगल प्रवेश

गंगाशहर।
मुनि जितेंद्र कुमार जी का तेरापंथ भवन, गंगाशहर में चातुर्मास हेतु जुलूस के साथ मंगल प्रवेश हुआ। आचार्यश्री तुलसी समाधि स्थल नैतिकता का शक्तिपीठ पर कुछ क्षण ध्यान करने के पश्चात मुनियों ने मंगल प्रस्थान किया। विशाल जुलूस में सभी संघीय संस्थाओं के सदस्य गणवेश में जयघोषों से स्वागत करते रहे। नैतिकता के शक्तिपीठ से हरिराम चौक, अणुव्रत मार्ग, करणानी मोहल्ला, चोरड़िया चौक, जैन मंदिर होते हुए जुलूस तेरापंथ भवन पहुँचा। इस अवसर पर यहाँ विराजित मुनि शांतिकुमार जी आदि संतों ने अगवानी कर स्वागत किया। मुनि शांतिकुमार जी ने कहा कि गुरुदेव ने हमारी भावना रखकर श्रावकों के निवेदन पर यहाँ गुरुकुलवास से संतों को भेजा है। गंगाशहरवासी सक्रियता के साथ चातुर्मास के कार्यक्रमों में भाग लें।
मुनि जिनेंद्र कुमार जी ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे आचार्यश्री ने यहाँ चार संतों के साथ चातुर्मास करने भेजा है। 25 वर्षों में यह मेरा प्रथम चातुर्मास है जो गुरुदेव से अलग है। मुझे पूरा विश्वास है कि गुरुदेव के आशीर्वाद से यहाँ के श्रावक समाज में नई जागृति आएगी और यह चातुर्मास एक सफलतम चातुर्मास होगा। मुख्य अतिथि बिहारीलाल विश्नोई, विधायक-नोखा ने कहा कि आजमुझे अत्यंत हर्ष की अनुभूति हो रही है कि मुनि जितेंद्र कुमार जी की नोखा जन्मभूमि है उसी क्षेत्र से मैं जुड़ा हुआ हूँ। चातुर्मास में आचार्यश्री के संदेशों को मुनिश्री जन-जन तक पहुँचाएँगे। मैं सभी संतों का हार्दिक स्वागत करता हूँ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि संभागीय आयुक्त नीरज के0 पवन ने भी विचार रखे।
कार्यक्रम का मंगलाचरण कन्या मंडल ने किया। तेरापंथ सभा अध्यक्ष अमरचंद सोनी, आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान अध्यक्ष महावीर रांका, तेरापंथ न्यास के ट्रस्टी जैन लुणकरण छाजेड़, तेयुप उपाध्यक्ष महावीर फलोदिया, महिला मंडल अध्यक्षा ममता रांका, अणुव्रत समिति मंत्री भंवरलाल सेठिया, किशोर मंडल संयोजक दीपेश बैद ने स्वागत में भावाभिव्यक्ति दी। कार्यक्रम का संचालन सभा मंत्री रतन छलाणी ने किया।