त्रिदिवसीय जप अनुष्ठान
जोरावरपुरा।
तेरापंथ भवन में साध्वी सूरजप्रभाजी के सान्निध्य में त्रिदिवसीय भक्तामर के प्रथम व द्वितीय श्लोक का मंत्र व ऋद्धि के साथ जय अनुष्ठान साध्वी डॉ0 लावण्ययशा जी के द्वारा करवाया गया। साध्वीश्री जी ने बताया कि मंत्र साधना से मन एकाग्र होता है। आधी, व्याधि से ऊपर उठकर समाधी में प्रवेश करते हैं। अटके हुए काम सिद्ध होते हैं। इस जप अनुष्ठान में लगभग 80 भाई-बहनों की उपस्थिति रही। इसके साथ ही साध्वी डॉ0 लावण्ययशा जी ने नमस्कार महामंत्र के साथ रक्षा कवच बनाने की संपूर्ण विधि से लोगों को प्रशिक्षित किया। नोखा के मोहन जोशी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे। सभी भाई-बहनों ने रुचि से भाग लिया।