मंत्र दीक्षा एवं वीतराग पथ कार्यशाला के आयोजन
इचलकरंजी
अभातेयुप के तत्त्वावधान में तेयुप द्वारा मंत्र दीक्षा एवं वीतराग पथ कार्यशाला का आयोजन साध्वी प्रमिला कुमारी जी के सान्निध्य में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वी प्रमिला कुमारी जी द्वारा नमस्कार महामंत्र उच्चारण के साथ हुआ। ज्ञानशाला के बच्चों द्वारा मंगलाचरण किया गया। तेयुप के अध्यक्ष महेश पटवारी ने सभी का स्वागत किया एवं मंत्र दीक्षा के बारे में जानकारी दी। अभातेयुप के कार्यकारिणी सदस्य एवं इचलकरंजी तेयुप के प्रभारी मनोज संकलेचा ने हर साल मंत्र दीक्षा क्यों होती, किसलिए होती इसके बारे में जानकारी दी।
ज्ञानशाला के बच्चों ने अपने संवाद द्वारा नमस्कार महामंत्र के महत्त्व को इतिहास की कुछ घटनाओं की प्रस्तुति दी। साध्वी प्रमिला कुमारी जी ने ज्ञानार्थियों को मंत्र दीक्षा का महत्त्व समझाया। कुल 55 बच्चों को मंत्र दीक्षा दिलवाई गई। जिसमें जयसिंहपुर के बच्चों की भी सहभागिता रही। साध्वी आस्थाश्री जी ने वीतराग का विज्ञान के विषय में विस्तार से जानकारी दी। साध्वी विज्ञप्रभाजी ने वीतराग की अनुप्रेक्षा करवाई। तेयुप पूर्व अध्यक्ष प्रवीण भंसाली ने अपने भावों से कार्यक्रम के प्रति अनुमोदना व्यक्त की। कार्यक्रम के संयोजक अनूप आंचलिया ने सभी के प्रति आभार प्रकट किया। कार्यक्रम की आयोजना में सह-संयोजक अंकित छाजेड़ का श्रम रहा। कार्यक्रम का संचालन तेयुप उपाध्यक्ष संतोष भंसाली ने किया।