सत्य की राह पर चले आचार्य भिक्षु
बोलाराम
तेरापंथ के प्रथम आचार्य महामना आचार्य भिक्षु का 296वाँ जन्म दिवस साध्वी काव्यलता जी के सान्निध्य में बोलाराम तेरापंथ भवन में मनाया गया। साध्वी काव्यलता जी ने कहा कि आचार्य भिक्षु का जन्म राजस्थान के मरुधर प्रदेश के कंटालिया ग्राम में हुआ। अपनी प्रखर प्रतिभा से अपने गृहस्थ जीवन में भी अनेक समस्याओं को समाहित किया। उत्कृष्ट वैराग्य भाव के साथ दीक्षित होने के बाद सदैव भगवान महावीर के बताए मार्ग को ही अपना ध्येय माना और सत्य राह पर चलते रहे।
इस अवसर पर साध्वी ज्योतियशा जी ने कहा कि आचार्य भिक्षु का जन्म मानवता के अभ्युदय का जन्म था। आपने समस्त प्राणी मात्र को संसार समुद्र से तरने का मार्ग प्रशस्त किया। साध्वी सुरभिप्रभा जी ने सुमधुर गीतिका के माध्यम से अपने आराध्य के प्रति अपने भावों को समर्पित किया। कार्यक्रम का संचालन साध्वी ज्योतियशा जी ने किया।