संत नॉलेज भी देते हैं और विजन भी
नाथद्वारा।
शासनश्री मुनि रविंद्र कुमार जी एवं मुनि अतुल कुमार जी का तेरापंथ भवन में चातुर्मासिक मंगल प्रवेश हुआ। शासनश्री मुनि रविंद्र कुमार जी ने कहा कि चातुर्मास का समय आत्म जागृति का सुअवसर होता है। मुनि अतुल कुमार जी ने कहा कि चातुर्मास का हिंदु, जैन और बौद्ध धर्म में खास महत्त्व है। सभी मनुष्य अपने स्वयं के दोष की वजह से दुखी होते हैं और वे खुद अपनी गलती सुधाकर प्रसन्न हो सकते हैं। सकारात्मक सोच आपकी तरक्की के रास्ते खोल देगी। खासकर युवाओं में सकारात्मक सोच विकसित होनी चाहिए।
स्वागत कार्यक्रम के दौरान तेरापंथी सभा की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण कार्यक्रम भी रखा गया। सभा अध्यक्ष निर्मल राठौड़ ने स्वागत वक्तव्य दिया। मुख्य अतिथि जितेंद्र कुमार ओझा, सीईओ मुख्य निष्पादन अधिकारी टेंपल मंडल ने नवनिर्वाचित कार्यकारिणी को शपथ ग्रहण करवाई। महिला मंडल अध्यक्षा रसीला सोनी, मंत्री पीयूषा कोठारी सहित अन्य पदाधिकारीगण एवं सदस्यों ने मुनिद्वय के स्वागत में विचार रखे। रेलमगरा से श्रद्धा मेहता, लक्षिता लोढ़ा ने गीतिका का संगान किया। कार्यक्रम का मंगलाचरण महिला मंडल की बहनों ने गीतिका द्वारा किया। सभा अध्यक्ष निर्मल राठौड़ ने आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन सभा मंत्री प्रियांक तलेसरा ने किया। मुनिद्वय के स्वागत कार्यक्रम में उदयपुर, रेलमगरा, कोशीवाड़ा, धोइंदा, राजनगर, कांकरोली, शिशोदा, गजपुर, पुर आदि क्षेत्रों के श्रावक उपस्थित थे।