आचार्य भिक्षु का जन्म दिवस एवं बोधि दिवस का कार्यक्रम

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आचार्य भिक्षु का जन्म दिवस एवं बोधि दिवस का कार्यक्रम

कांकरोली।
साध्वी मंजुयशा जी के सान्निध्य में तेरापंथ धर्मसंघ के आद्य प्रवर्तक आचार्य भिक्षु का 297वाँ जन्म दिवस एवं 265वाँ बोधि दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। इस कार्यक्रम में कांकरोली के आसपास क्षेत्र बोरज, धाइंदा, भाणा आदि क्षेत्र से भी भाई-बहन उपस्थित थे। कार्यक्रम साध्वीश्री जी के नमस्कार महामंत्र के मंगल उच्चारण से प्रारंभ हुआ। तेरापंथ सभा, कांकरोली के अध्यक्ष प्रकाश सोनी ने अपने आराध्य के प्रति भावों का समर्पित करते हुए साध्वीवृंद का पूरे तेरापंथ समाज की ओर से हार्दिक अभिनंदन एवं गुरु श्री महाश्रमण जी के प्रति हार्दिक कृतज्ञता ज्ञापित की। साध्वीश्री जी ने कहा कि भारत की पुण्य धरा पर अनेक ऋषि-महर्षि हुए हैं, उन्होंने अपनी त्याग-तपस्या एवं प्रखर साधना के द्वारा इसे पवित्र एवं निर्मल बनाया है। उन्हीं ऋषि-महर्षि की कड़ी में नाम आता हैµआचार्य भिक्षु का। जिन्होंने अपनी प्रखर साधना से, त्याग तपस्या एवं क्रांतिकारी विचारों से जन-जन में आध्यात्मिक आलोक फैलाया। वे एक क्रांतिकारी पुरुष थे। साध्वीश्री जी ने एक सुमधुर गीत का सामुहिक संगान कर सभी को भाव-विभोर कर दिया। इस अवसर पर साध्वी चिन्मयप्रभाजी, साध्वी चारूप्रभाजी एवं साध्वी इंदुप्रभाजी ने भाषण, कविता आदि द्वारा अपनी भावना व्यक्त की। तेरापंथ कन्या मंडल की बहनों ने तनु मेहता, महक कोठारी, गुंजन पगारिया, किंजल धींग, आकांक्षा गांग, सीमा जैन, मुस्कान पगारिया सहित अनेकजनों ने प्रस्तुति दी। तेममं की बहनों ने मधुर स्वर लहरी में गीत की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन साध्वी चिन्मयप्रभाजी ने किया। कार्यक्रम में उपस्थिति सराहनीय रही।