वक्तृत्व विकास का माध्यम है भाषण प्रतियोगिता

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वक्तृत्व विकास का माध्यम है भाषण प्रतियोगिता

कटक।
मुनि जिनेश कुमार जी के सान्निध्य में भाषण प्रतियोगिता का आयोजन तेरापंथ महिला मंडल द्वारा किया गया। इस अवसर पर आशीर्वचन प्रदान करते हुए मुनि जिनेश कुमार जी ने कहा कि भाषण प्रतियोगिता वक्तृत्व विकास का एक माध्यम है। इसके द्वारा छोटे-बड़े सभी विषय के अनुरूप अपने भावों की अभिव्यक्ति देते हैं। चातुर्मास में इस प्रकार की प्रतियोगिताएँ समाज में एक नई चेतना का संचार करती हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ तेममं के मंगलाचरण से हुआ। स्वागत भाषण तेममं की अध्यक्षा हीरा बैद ने दिया। निर्णायक सुमित्रा अग्रवाल व रीता बरडिया थी। प्रतियोगिता को कनिष्ठ, मध्यम व वरिष्ठ तीन ग्रुपोें में विभाजित किया गया। कनिष्ठ वर्ग ने कैसा हमारा फ्रेंड सर्कल, मध्यम वर्ग ने कैसे करें माता-पिता बच्चों की परवरिश व वरिष्ठ वर्ग ने घर-परिवार में बुजुर्गों की अहमियत विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। कनिष्ठ ग्रुप में प्रथम हिमांशु बरड़िया, द्वितीय नैना सेठिया व तृतीय चिराग नौलखा रहे। मध्यम वर्ग में प्रथम मुस्कान सेठिया व द्वितीय कसक चोरड़िया रहे। वरिष्ठ वर्ग में प्रथम उषा चौरड़िया, द्वितीय अंजु सेठिया व तृतीया मुकेश डूंगरवाल रहे। कुल 25 प्रतियोगियों ने हिस्सा लिया। विजेताओं को महिला मंडल द्वारा पुरस्कृत किया गया। निर्णायक गणों का भी सम्मान किया गया। आभार ज्ञापन ललिता सिंघी ने किया। संचालन शिखा सेठिया व माही दुगड़ ने किया।