अभिनदंन समारोह का आयोजन
कानपुर।
साध्वी डॉ0 पीयूषप्रभाजी आदि ठाणा-4 के कानपुर चातुर्मास मंगल प्रवेश के उपलक्ष्य पर एक अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। साध्वी डॉ0 पीयूषप्रभाजी ने कहा कि आज का भव्य स्वागत हमारा नहीं है, बल्कि यह स्वागत है भारत की संत परंपरा का, त्याग का स्वागत है, आचार्यश्री महाश्रमण जी के निर्देश का स्वागत है। आज का अभिनंदन तभी सार्थक होगा जब जीवन में कुछ परिवर्तन आएगा। अपनी जीवनशैली, दिनचर्या को व्यवस्थित कर समय का नियोजन कर, संत, दर्शन, प्रवचन श्रवण कर ज्ञान दर्शन तप की आराधना करनी है।
साध्वी दीप्तियशा जी ने कहा कि 10 वर्षों के बाद मिले चातुर्मास का लाभ 10 गुना ज्यादा लेना है। स्वरूप नगर में धर्म अध्यात्म का स्वरूप निखर जाए। साध्वी डॉ0 पीयूषप्रभाजी द्वारा रचित गीत का संगान साध्वी भावनाश्री जी, साध्वी सुधाकुमारी जी और साध्वी दीप्तियशा जी ने किया। अभिनंदन समारोह मुख्य अतिथि कानपुर शहर की महापौर प्रमिला पांडे जी ने कहा कि धर्म का श्रवण करना, संत दर्शन अति दुर्लभ है। मुझे बचपन से ही संत दर्शन का शौक रहा है।
अभिनंदन समारोह में सभा मंत्री संदीप जम्मड़, तेयुप अध्यक्ष दिलीप मालू, तेममं अध्यक्षा शालिनी बुच्चा, सभा के पूर्व अध्यक्ष गणेशमल जम्मड़, जैन संघ के मंत्री त्रिभुवन जैन, ऋतु जैन, अवनी सुराणा, ज्योति दुगड़, तेयुप, तेममं आदि ने गीत, वक्तव्य द्वारा साध्वीवृंद का स्वागत किया। नेहा सुराणा ने साध्वीवृंद का परिचय दिया। ज्योति भूतोड़िया, प्रियंका ने संुदर गीत प्रस्तुत किया। महापौर का साहित्य द्वारा अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रियंका और संदीप ने किया।