प्रतिक्रमण कार्यशाला का आयोजन
मदुरै।
तेरापंथ महिला मंडल द्वारा प्रतिक्रमण कार्यशाला का मुनि तीर्थनंदन विजय जी म0सा0 के सान्निध्य में आयोजन आराधना भवन मदुरै में किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ मुनिश्री ने नमस्कार महामंत्र के स्मरण से किया। मुनिश्री ने बताया कि प्रतिक्रमण व्रतों में हुए अतिचार, व्रतों में लगे दोषों की आलोचना करने का तथा आत्मा के शुद्धिकरण का अचूक उपाय है। बारह व्रती श्रावक के लिए प्रतिक्रमण अनिवार्य है। प्रतिक्रमण की आवश्यकता को समझकर उसका अभ्यास व्यक्ति के संयम को गति देता है। साधु के लिए जिस प्रकार दिन में दो बार प्रतिक्रमण करने का विधान है वैसे ही श्रावक के लिए व्रतों में लगे दोषों को दूर करने के लिए प्रतिक्रमण अत्यंत उपयोगी है। उन्होंने प्रतिक्रमण की महत्ता, प्रतिक्रमण क्यों, विषय पर जानकारी प्रदान की। सूत्र के अर्थ एवं भाव, लेय के बारे में भी बताया, प्रेरणा गीत के पश्चात तेरापंथ महिला मंडल की मंत्री दीपिका फूलफगर ने आभार ज्ञापन किया। श्रावकों की उपस्थिति में कार्यशाला सफल रही।