
प्रतिक्रमण शिल्पशाला का आयोजन
हैदराबाद।
अभातेममं के निर्देशानुसार महिला मंडल के तत्त्वावधान में रूपांतरण थ्रू जैनिज्म के तहत शिल्पशाला प्रतिक्रमण का आयोजन तेरापंथ भवन में किया गया। राजेंद्र बोथरा ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत नमस्कार महामंत्र से की गई। अध्यक्ष अनिता गीड़िया अभिनंदन करते हुए बताया कि प्रतिक्रमण का शाब्दिक अर्थ है उल्लंघन से लौटना। पीछे मुड़कर स्वयं को देखने का ईमानदार प्रयास है-प्रतिक्रमण। साध्वी त्रिशला कुमारी जी ने कहा कि प्रतिक्रमण आत्मस्नान का नाम है। विभाव से स्वभाव में आने का उपक्रम है-प्रतिक्रमण, गलतियों का संशोधन करने का नाम है-प्रतिक्रमण। साध्वीश्री जी ने धर्म परिषद को चातुर्मास में प्रतिक्रमण सीखने की प्रेरणा दी। पूरे भवन में श्रद्धालु समाज की लगभग 200 की उपस्थिति रही।