प्रतिक्रमण कार्यशाला का आयोजन
कानपुर।
प्रतिक्रमण कार्यशाला का आयोजन अभातेममं के निर्देशानुसार कानपुर तेममं द्वारा साध्वी डॉ0 पीयूषप्रभाजी के सान्निध्य में हुआ। कार्यशाला का शुभारंभ साध्वीश्री जी के महामंत्रोच्चार से हुआ। तेममं ने मंगलाचरण किया। महिला मंडल की बहनें विनीता सेठिया और राजू सुराणा ने एक लघु नाटक की प्रस्तुति दी। इस नाटक के माध्यम से सभी श्रावकों को प्रतिक्रमण करने के महत्त्व को बताया।
साध्वी दीप्तियशा जी ने कहा कि हम अपनी मर्यादाओं का अतिक्रमण करके अपनी स्वभाव दशा में से निकलकर विभाव दशा में चले जाते हैं, तो पुनः स्वभाव रूप सीमाओं में प्रत्यागमन करना प्रतिक्रमण है। साध्वीश्री जी ने प्रतिक्रमण के सभी आवश्यक सूत्रों के बारे में बताया। साध्वीश्री जी ने पक्खी, चातुर्मासिक और संवत्सरी प्रतिक्रमण करने की प्रेरणा दी। स्वागत वक्तव्य महिला मंडल की अध्यक्षा शालिनी बुच्चा ने दिया। कार्यक्रम का संचालन ऋतु जैन ने किया।