व्यक्तित्व विकास कार्यशाला का आयोजन
अमराईवाड़ी।
अभातेयुप के तत्त्वावधान में तेयुप द्वारा ‘व्यक्तित्व विकास कार्यशाला’ के अंतर्गत ‘संघ का काम हो, संघ का नाम हो’ कार्यशाला का आयोजन सिंघवी भवन में शासनश्री साध्वी सरस्वती जी के सान्निध्य में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत शासनश्री साध्वी सरस्वती जी ने नमस्कार महामंत्र से की। विजय गीत का संगान तेयुप की टीम द्वारा किया गया। श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन अभातेयुप राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज डागा द्वारा किया गया। स्वागत तेयुप के अध्यक्ष हेमंत पगारिया द्वारा किया गया। सभा की ओर से सभा के मंत्री गणपत हिरण ने सभी का स्वागत किया। शासनश्री साध्वी सरस्वती जी ने अमराईवाड़ी, तेयुप के युवकों की तारीफ करते हुए कहा कि यहाँ की युवा शक्ति श्रद्धा, समर्पण, सेवा, संस्कार, संगठन के प्रति पूर्ण रूप से जागरूक है। साध्वी संवेगश्री जी ने सभी के प्रति मंगलकामनाएँ की।
अभातेयुप राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज डागा ने अपनी भावनाएँ व्यक्त करते हुए अमराईवाड़ी परिषद की सराहना की एवं उन्होंने कहा कि यह परिषद भले ही संख्या की दृष्टि से कम है, लेकिन क्वालिटी में यहाँ कुछ दम है। उन्होंने दोनों प्रोविजनल सीपीएफ जोनल ट्रेनर के लिए भी मंगलकामनाएँ की। उन्होंने सुमधुर गीत द्वारा अपनी प्रस्तुति दी एवं साध्वीश्री जी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की।शाखा प्रभारी दीपक रांका ने पधारे हुए सभी का अभिनंदन करते हुए अमराईवाड़ी के कार्यक्रमों की संक्षिप्त जानकारी दी। अभातेयुप सदस्य सतीश चोरड़िया ने भावना व्यक्त की।
व्यक्तित्व विकास कार्यशाला के प्रभारी दिनेश बुरड़ ने अपनी भावनाएँ व्यक्त की। तेयुप के पूर्व प्रभारी अपूर्व मोदी ने जिनकी आठ की तपस्या चल रही है। उन्होंने भी अपनी भावनाएँ व्यक्त की। अभातेयुप के प्रबुद्ध विचारक एवं अमराईवाड़ी के पूर्व प्रभारी मुकेश गुगलिया ने अमराईवाड़ी परिषद की सराहना करते हुए अपनी भावनाएँ व्यक्त की। आभार ज्ञापन किशोर मंडल प्रभारी जयेश सिंघवी ने किया। कार्यक्रम का संचालन मीडिया प्रभारी मुकेश सिंघवी ने किया। अंत में साध्वीश्री जी के मंगलपाठ के द्वारा कार्यक्रम का समापन किया गया।