जानें, समझें और करें प्रतिक्रमण
जोरावरपुरा।
अभातेममं द्वारा निर्देशित अगस्त माह की रूपांतरण शिल्पशाला जानें, समझें और करें प्रतिक्रमण कार्यशाला का आयोजन साध्वी सूरजप्रभाजी के सान्निध्य में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत नमस्कार महामंत्र व प्रेरणा गीत के साथ की गई। साध्वी डॉ0 लावण्ययशा जी ने समझाया कि हमें किस प्रकार मिच्छामि दुक्कड़म बोलना चाहिए। 48 मिनट के प्रतिक्रमण से व्यक्ति अपने पूरे दिन के पाप से निवृत्त हो जाता है। कार्यशाला का समापन मिच्छामि दुक्कड़म की गीतिका के साथ हुआ। महिला मंडल मंत्री मोनिका बुच्चा ने आभार ज्ञापन किया।