ज्ञानशाला दिवस के कार्यक्रम
रायपुर
ज्ञानशाला दिवस स्थानीय अमोलक भवन में समणी निर्देशिका कमलप्रज्ञा जी, समणी करुणाप्रज्ञा जी, समणी सुमनप्रज्ञा जी के सान्निध्य में मनाया गया। ज्ञानशाला की प्रशिक्षिकाओं व ज्ञानार्थियों ने रैली के रूप में नारों की ध्वनि के साथ प्रवेश किया। समणीजी द्वारा नमस्कार महामंत्र से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। ज्ञानशाला संयोजिका ऋतु पोकरना ने स्वागत भाषण दिया। सभा अध्यक्ष गोलछा ने सभी का स्वागत किया व ज्ञानशाला के संचालन हेतु प्रशिक्षिकाओं को साधुवाद दिया।
समणी कमलप्रज्ञा जी ने उद्बोधन के माध्यम से ज्ञानशाला के महत्त्व को बताया व ज्ञानार्थियों को आत्मविश्वास, प्रबल इच्छाशक्ति, अच्छी संगति, क्रियाशीलता व मनस्विता जैसे सद्गुणों से विकसित जीवन जीने की प्रेरणा दी। समणी सुमनप्रज्ञा जी ने पहेली के माध्यम से सभी को प्रेरणा प्रदान की। समणी करुणाप्रज्ञा जी ने गेम्स में प्रश्न के उत्तर पूछते हुए उद्बोधन दिया। ‘युवक रत्न’ जज गौतम चोरड़िया ने अपने वक्तव्य में अपने ज्ञानार्थी जीवन को याद किया। वर्ष 2021-22 के सभी ज्ञानार्थियों, पूर्व संयोजिकाओं, मुख्य प्रशिक्षिकाओं को भी सर्टिफिकेट व मोमेंटो से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में समाज की सभी संस्थाओं की उपस्थिति रही।