मासखमण तप अभिनंदन के कार्यक्रम
माधावरम्, चेन्नई
मुनि सुधाकर कुमार जी के सान्निध्य में तेरापंथ माधावरम् ट्रस्ट बोर्ड की आयोजना में जप समवसरण, जैन तेरापंथ नगर, में तपोभिनंदन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुनि सुधाकर कुमार जी ने कहा कि हमें आध्यात्मिक और सहज आनंद की अनुभूति जगाने की कला सीखनी चाहिए। इसके बिना धार्मिक साधना और तपस्या भार बन जाती है। आनंद ही जीवन है, यह आध्यात्मिक जीवन दर्शन का प्रमुख सूत्र है। मुनिश्री ने तपस्विनी बहनों के तप के प्रति आध्यात्मिक मंगलकामना करते हुए कहा कि तप के साथ जप-ध्यान की साधना चलती रहे। कषायों का अल्पीकरण हो। मुनि नरेश कुमार जी ने कहा कि जीवन में अभिमान की अपेक्षा स्वाभिमान का विकास हो। अहम साधना में बाधक बनता है। आशा रांका, बबीता रांका, दिशा रांका के एकासण मासखमण पर तेरापंथ ट्रस्ट बोर्ड के प्रबंध न्यासी घीसूलाल बोहरा और ट्रस्टियों ने स्मृति चिÐ भेंट कर अभिनंदन किया।