प्रतिक्रमण कार्यशाला का आयोजन
कोटा।
साध्वी अणिमाश्री जी के सान्निध्य तथा तेममं के तत्त्वावधान में प्रतिक्रमण कार्यशाला का आयोजन किया गया। साध्वी अणिमाश्री जी ने कहा कि संपूर्ण जिनशासन का महत्त्वपूर्ण अनुष्ठान हैµप्रतिक्रमण। प्रतिक्रमण आत्मा का स्नान है। शरीर पर लगे मेल को दूर करने के लिए शारीरिक स्वच्छता के लिए स्नान की अपनी उपयोगिता है। साध्वी डॉ0 सुधाप्रभाजी ने कहा कि प्रतिक्रमण भीतर के कालुष्य को दूर करने के लिए क्लीनर का काम करता है। साध्वी मैत्रीप्रभाजी ने संचालन किया। साध्वी समत्वयशा जी ने तीर्थंकर स्तुति का संगान किया। मुख्य अतिथि पदमचंद पटावरी ने कहा कि हम परम सौभाग्यशाली हैं हमने तेरापंथ में जन्म लिया। तेरापंथी श्रावक बने हैं। मंत्री सुनीता जैन ने विचार व्यक्त किए। महिला मंडल ने संगान किया। सभा अध्यक्ष संजय बोथरा व मंत्री धर्मचंद जैन ने भाव व्यक्त किए। सभा की ओर से मुख्य अतिथि का सम्मान किया गया।