मासखमण तप अभिनंदन के कार्यक्रम
कांदिवली (मुंबई)
सायन कोलीवाड़ा निवासी 22 वर्षीय मुस्कान धाकड़ ने कांदिवली तेरापंथ भवन में मासखमण-31 दिन के तप का प्रत्याख्यान कर एक नए इतिहास का सृजन किया। इंजीनियर धाकड़ की यह तपस्या युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा है। मैं इस विशिष्ट तप के लिए बहुत-बहुत साधुवाद देती हूँ। साध्वी निर्वाणश्री जी ने तप का प्रत्याख्यान करवाते हुए ये उद्गार व्यक्त किए। साध्वीवृंद की ओर से गीतिका की प्रस्तुति हुई। रतन बाफना, पुष्पा बाफना, नवनीत कच्छारा सहित अनेकजन उपस्थित थे। स्थानीय सभा के पदाधिकारियों ने आचार्य तुलसी स्मृति ग्रंथ का उपहार देकर वर्धापना की।तपस्विनी के पारिवारिकजन राकेश, रेखा एवं रजत ने साध्वीश्री जी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। सूरत से समागत उपासक अर्जुन मेड़तवाल ने अपने भावों की अभिव्यक्ति दी।