वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन
कटक।
मुनि जिनेश कुमार जी के सान्निध्य में अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के निर्देशन में आजादी का अमृत महोत्सव के परिप्रेक्ष्य में ‘असली आजादी अपनाओ’ में वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का विषय था-‘क्या प्रचुर भौतिक संसाधन ही आनंद का घोतक है?’ प्रतियोगिता के निर्णायक डॉ0 अभिषेक शर्मा व डॉ0 राहुल त्रिपाठी थे। प्रतियोगिता में कुल 15 प्रतिभागियों ने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर मुनि जिनेश कुमार जी ने कहा कि बीसवीं सदी के महान परिव्राजक संत हुए हैं आचार्य तुलसी। वे क्रांतिकारी महापुरुष थे। उन्होंने युग की नब्ज को देखकर नैतिक मूल्यों की प्रतिष्ठा व चारित्रिक उन्नयन के लिए अणुव्रत आंदोलन का सूत्रपात किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ पूजा चोरड़िया द्वारा मंगलाचरण से हुआ। स्वागत भाषण अणुव्रत समिति के अध्यक्ष मुकेश डूंगरवाल ने दिया। निर्णायक डॉ0 अभिषेक शर्मा ने प्रांजल भाषा में अपने विचार व्यक्त किए। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर शांतिलाल लोढ़ा, द्वितीय स्थान पर शुभंकरण सिंघी, तृतीय स्थान पर इंद्रा लूणिया रहे। विजेताओं एवं प्रतिभागियों को अणुव्रत समिति द्वारा पुरस्कृत किया गया। आभार ज्ञापन संगठन मंत्री प्रतीक सिंघी ने व संचालन मंत्री विकास नवलखा ने किया।