मेवाड़ स्तरीय आंचलिक कार्यशाला का आयोजन

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मेवाड़ स्तरीय आंचलिक कार्यशाला का आयोजन

आमेट।
अभातेममं के तत्त्वावधान में महिला मंडल द्वारा साध्वी प्रांजलप्रभा जी के सान्निध्य में मेवाड़ स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। तेरापंथ भवन में कार्यक्रम का शुभारंभ नमस्कार महामंत्र के उच्चारण से हुआ। तेरापंथ कन्या मंडल द्वारा गीत की प्रस्तुति दी गई। तेरापंथ सभा अध्यक्ष देवेंद्र मेहता ने शुभकामनाएँ प्रेषित की। तेममं अध्यक्ष मीना गेलड़ा ने सभी का स्वागत-अभिनंदन किया।
साध्वी प्रांजलप्रभा जी ने कहा कि सफलता की चाबी है-जागरूकता। जागरूकता किस दिशा में हो? जागरूकता हो दायित्व के बोध में, सकारात्मक चिंतन में एवं सौहार्द के विस्तार में। हम सब जागरूक रहें दायित्व के बोध में, सकारात्मक चिंतन में और सौहार्द के विस्तार में हम सतत जागरूक रहें। अभातेममं राष्ट्रीय अध्यक्ष नीलम सेठिया ने बताया कि हम किस तरह स्वयं का प्रकाश, हम स्वयं बन सकते हैं। स्वयं का प्रकाश बनने के लिए आवश्यक है हम स्वयं का निरीक्षण करें। आत्मनिरीक्षण के लिए महत्त्वपूर्ण चार बिंदु बताए।
राष्ट्रीय महामंत्री मधु देरासरिया ने पधारे सभी मंडल की सार-संभाल करते हुए सभी क्षेत्रों के मंडल अध्यक्षों को आगामी कार्यों के लिए दिशा-निर्देश दिए। राष्ट्रीय सहमंत्री नीतू ओस्तवाल ने कहा कि संगठन में शक्ति है। इस विषय को विस्तार से समझाते हुए अपने आपसी सौहार्द से संगठन को मजबूत बनाने की बात कही। मेवाड़ क्षेत्रीय प्रभारी नीना कावड़िया ने मेवाड़ अंचल के सभी क्षेत्रों का परिचय प्रस्तुत किया। राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने कहा कि बहनों को सतत विकास के लिए अपनी शक्ति और कमजोरी को देखना चाहिए। उन्होंने बताया कि मेरी शक्ति है, मेरा परिवार और मेरी कमजोरी है, पद पर होने के कारण अपने परिवार को पूरा समय नहीं दे पाना।आभार ज्ञापन सुधा मेहता और मधु बोहरा ने किया। कार्यक्रम का संचालन महिला मंडल मंत्री संगीता पामेचा व उपाध्यक्ष मनीषा छाजेड़ ने किया। कार्यक्रम में मेवाड़ की 30 क्षेत्रों की बहनों ने अपनी सहभागिता दर्ज की।