मासखमण तप अभिनंदन के कार्यक्रम
साहूकारपेट, चेन्नई
साध्वी डॉ0 मंगलप्रज्ञा जी के सान्निध्य में मासखमण तप साधिकाएँ दीपिका सेठिया, संगीता भटेवरा एवं रिंकी बैद का अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर साध्वीश्री जी ने कहा कि भगवान महावीर ने कहा है करोड़ों भव के संचित कर्म तप से समाप्त हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि वास्तविक तप वह होता है जिस तप के साथ, स्वाध्याय, ध्यान, जप आदि की विशेष साधना हो। मासखमण-रत तीनों बहनों ने पूर्ण मानसिक संकल्प और मनोबल के साथ, अध्यात्म आराधना के साथ सानंद अपनी मंजिल पा ली है। महिला मंडल ने मंगल तप की अभिवंदना की। तिरुवन्नामले परिवार की बहु दीपिका को दीया एवं परिवार की बहनों ने शुभकामनाएँ दी। मासखमण तपरत संगीता भटेवरा के प्रति बेटी प्रियंका ने उद्गार व्यक्त किए। भटेवरा और बरड़िया परिवार ने गीत का संगान किया। महिला मंडल मंत्री रीमा सिंघवी ने तपस्विनी बहनों का परिचय दिया। साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभा जी द्वारा प्रदत्त संदेशों का वाचन तेयुप अध्यक्ष विकास कोठारी, तेरापंथ सभा के उपाध्यक्ष एम0जी0 बोहरा एवं सभा के सहमंत्री मनोज गादिया ने किया। तेरापंथ ट्रस्ट बोर्ड की ओर से विमल चिप्पड़ ने स्वागत व्यक्त किए।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जैन महासंघ के पूर्वाध्यक्ष पन्नालाल सिंघवी, तेरापंथ महासभा की ओर से ज्ञानचंद आंचलिया, तेरापंथ सभा अध्यक्ष उरामराज सांड सहित अनेक पदाधिकारीगण एवं सदस्यों की उपस्थिति रही। साध्वीवृंद ने तप-अनुमोदना गीत प्रस्तुत किया। मंच संचालन साध्वी डॉ0 राजुलप्रभा जी ने किया। सभा के मंत्री अशोक खतंग ने आभार व्यक्त किया।