जीवन की सच्ची पाठशाला है ज्ञानशाला

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जीवन की सच्ची पाठशाला है ज्ञानशाला

मदुरै
स्थानीय तेरापंथ भवन में पर्युषण पर्व के अंतर्गत धर्म आराधना कराने पधारे उपासक बिनोद कोठारी एवं उपासक भंवरलाल मांडोत ने ज्ञानशाला के ज्ञानार्थियों को नमस्कार महामंत्र का महत्त्व बताया एवं कहानी के माध्यम से लालच करना बुरी बात है, समझाया। आध्यात्मिक ज्ञान के साथ विनय और व्यवहारिक ज्ञान भी जिंदगी में होना बहुत जरूरी है। यह प्रेरणा ज्ञानशाला के बच्चों को दी। कार्यक्रम में काफी बच्चे उपस्थित थे। ज्ञानशाला संयोजिका लता कोठारी ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी।