विकास महोत्सव के आयोजन
आमेट
साध्वी प्रांजलप्रभा जी के सान्निध्य में विकास महोत्सव का आयोजन किया गया। साध्वी रुचिप्रभा जी ने सुमधुर गीतिका के द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ किया। साध्वी प्रांजलप्रभा जी ने बताया कि तेरापंथ धर्मसंघ में पट्टोत्सव, चरमोत्सव एवं मर्यादा महोत्सव की एक सार्थक शंृखला में एक नई कड़ी जोड़ी ‘विकास महोत्सव’ की। साध्वीश्री जी ने बताया कि संघ के सर्वोन्मुखी विकास के लिए आचार्य तुलसी के उर्वर मस्तिष्क से विभिन्न प्रयोगों का आविष्कार होता रहता था। उन्होंने समय की नब्ज को पहचाना। युगानुकूल नए-नए कार्यक्रम दिए, प्रगति की नई-नई दिशाएँ दीं। वे नित नए स्वप्न देखते थे। विकास महोत्सव के कार्यक्रम में महासभा के कार्यकारिणी सदस्य प्रवीण ओस्तवाल, तेयुप के अध्यक्ष पवन कच्छारा, महिला मंडल की अध्यक्षा मीना गेलड़ा, अणुव्रत समिति के अध्यक्ष दलीचंद कच्छारा एवं स्थानीय एवं बाहर से पधारे हुए भाई-बहनों की उपस्थिति रही।